गल्पेतर गल्प का ठाठ काशी का अस्सी पर विशेषांक
रचना प्रक्रिया और अंतरंग – काशीनाथ सिंह
- राजकमल चौधरी, धूमिल, राजेन्द्र यादव, भीष्म साहनी, कमला प्रसाद, मूलचन्द गौतम, दिनेश कुशवाह,उदय प्रकाश और स्वयं प्रकाश का काशीनाथ सिंह से पत्राचार।
- प्रतिभा कटियार, रामकली सर्राफ और पल्लव के साक्षात्कार।
- बहस में नामवर सिंह, विश्वनाथ त्रिपाठी,राजेन्द्र यादव, नवलकिशोर, मधुरेश, नन्दकिशोर नवल,जीवन सिंह और सुवास कुमार।
- एक दर्जन युवा आलोचकों द्वारा काशी का अस्सी का मूल्यांकन।
- रमाकांत श्रीवास्तव, श्रीवल्लभ शुक्ल और वरुण ग्रोवर के संस्मरण।
- उषा गांगुली, शशिकला त्रिपाठी, अरुण पाण्डेय और मलय पानेरी द्वारा काशी का अस्सी के मंचन पर चर्चा।
- इनके अलावा और भी बहुत कुछ तीन सौ पृष्ठों के विशेषांक में।
हिंदी विभाग ,हिन्दू कॉलेज,दिल्ली
डाक द्वारा मंगवाने पर सहयोग राशि – 100 रुपये मात्र।
चार अंकों की सहयोग राशि – 200 रुपये।
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