हिन्दी साहित्य सभा
हिन्दू कालेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
दीपक सिन्हा स्मृति व्याख्यानमाला
' मीरा की कविता का स्त्री पाठ'
वक्ता- अनामिका, सुप्रसिद्ध कवि- कथाकार
समय-10.30बजे
दिनांक- 6 सितम्बर 2011
स्थान- महाविद्यालय संगोष्ठी कक्ष
समारोह में आपकी उपस्थिति प्रार्थित है.
रीतिका डॉ. रामेश्वर राय
महासचिव परामर्शदाता
हिन्दी साहित्य सभा

(मशहूर कवयित्री औऱ लेखिका अनामिका का ये कथन कि इंटरनेट ने स्त्रियों के बीच के संदर्भकीलित चुप्पियां दूर करने का काम किया है। स्त्री-भाषा जो कि अपने मूल रुप में ही संवादधर्मी भाषा है,जो बोलती-बतियाती हुई विकसित हुई है,एक-दूसरे के घर आती-जाती हुई,बहनापे के तौर पर विकसित हुई है,इंटरनेट पर स्त्रियों द्वारा लेखन,स्त्री सवालों पर की जा रही रचनाएं उसकी इस भाषा-संभावना को और विस्तार देती है,स्त्री-मुक्ति और संवादधर्मिता के स्पेस के विस्तार में इंटरनेट की भूमिका को नये सिरे से परिभाषित करती है।- सम्पादक