tag:blogger.com,1999:blog-5853620981665233836.post4936607069874718416..comments2024-03-25T11:26:27.348+05:30Comments on अपनी माटी: (खंड-क)अपनी माटी विशेष:फिल्मकारों की नजर में विमर्शपरक सिनेमा@भारतीय सिनेमा में दलित आदिवासी विमर्शGunwant http://www.blogger.com/profile/11902535333148574269noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5853620981665233836.post-74941547029051539052015-10-17T19:32:33.169+05:302015-10-17T19:32:33.169+05:30फिल्मकार की नजर में बदलाव का सिनेमा - "आज हम ...फिल्मकार की नजर में बदलाव का सिनेमा - "आज हम देख रहे हैं कि नये फिल्मकार अपने समुदाय की विभिन्न समस्याओं, मुद्दों को असरदार तरीके से उठा रहे हैं। क्योंकि उन्हें यह मालूम हो गया है कि - यही एक ऐसा माध्यम है जहाँ कोई भी अपनी बातों को अन्य किसी भी कला-माध्यम के मुकाबले, सबसे प्रभावशाली ढंग से कह पाने में सक्षम है। अतः युवा पीढ़ी कैमरे की इस ताकत को पहचान रही है और समाज के संघर्ष एवं जनसरोकारों के मुद्दे को लगातार जनता के समक्ष लाती जा रही है।" (बीजू टोप्पो)PUKHRAJ JANGID पुखराज जाँगिडhttps://www.blogger.com/profile/12780240720269882294noreply@blogger.com