चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) से प्रकाशित त्रैमासिक ई-पत्रिका
अपनी स्थापना के 12वें वर्ष में प्रवेश
अपनी माटी
( साहित्य और समाज का दस्तावेज़ीकरण )
UGC Care Listed
( Under List 'Multi Disciplinary' Sr. Nu. 03 )
(ISSN 2322-0724 Apni Maati) अंक-52, अप्रैल-जून, 2024
सम्पादक-द्वय : माणिक-जितेन्द्र यादव इस अंक का चित्रांकन :
परामर्श मंडल
डॉ. राजेश चौधरी, अशोक जमनानी, प्रो. गजेन्द्र पाठक, प्रो. पयोद जोशी, प्रो. तनुजा सिंह, प्रो. नीलम राठी, प्रो. मनीष रंजन, डॉ. गजेन्द्र मीणा, डॉ. राजकुमार व्यास, डॉ. विंध्याचल यादव, डॉ. मोहम्मद फ़िरोज़ अहमद, डॉ. मुकेश कुमार मिरोठा, डॉ. दीनानाथ मौर्य, डॉ. जितेंद्र थदानी
सम्पादकीय मंडल
डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. प्रवीण कुमार जोशी, डॉ. विष्णु कुमार शर्मा, डॉ. मैना शर्मा, डॉ. गोपाल गुर्जर, डॉ. प्रशान्त कुमार, डॉ. कविता सिंह, अभिनव सरोवा, डॉ. मोहम्मद हुसैन डायर,
डॉ. संदीप कुमार मेघवाल, डॉ. बृजेश यादव, डॉ. हेमेन्द्र सिंह सारंग देवोत, डॉ. संतोष विश्नोई, डॉ. हेमंत कुमार, डॉ. भावना
प्रूफ रीडर्स क्लब
शेरिल गुप्ता, जितेन्द्र कुमार
पोर्टल प्रबंधन एवं प्रकाशन
गुणवंत कुमार, अर्जुन कुमार, दीपक कुमार
डिजायन एवं डिजिटल मार्केटिंग
चंद्रशेखर चंगेरिया (कुमावत), चेतन प्रकाशन चित्तौड़गढ़
आर्थिक सहयोग : Apni Maati Sansthan, A/c. Nu.: 33444603964, IFSC Code : SBIN0006097
State Bank of India, Branch : Chittorgarh (Rajasthan)
प्रकाशक : 'अपनी माटी संस्थान चित्तौड़गढ़' ( पंजीयन संख्या 50 /चित्तौड़गढ़/2013 )
सम्पादकीय / पंजीकृत कार्यालय : कंचन-मोहन हाऊस,1, उदय विहार, महेशपुरम रोड़, चित्तौड़गढ़-312001,राजस्थान
वाट्स एप : 9460711896 (माणिक) 9001092806 (जितेन्द्र यादव)
अनुक्रमणिका
(निम्न रचनाएं अनंतिम रूप से स्वीकृत हैं जो 31 जुलाई 2024 को प्रकाशित होंगी)
सम्पादकीय
- माणिक
कविताएँ
- रूपम मिश्र (जौनपुर)
वैचारिकी
- हिन्दी आधुनिकता के व्याख्याकार : विजयदेव नारायण साही / मृत्युंजय
- रोमांस : भाषा, विधा और प्रवृत्ति / अंगद तिवारी
- कल्पित समुदाय के रूप में राष्ट्र : बेनेडिक्ट एंडरसन की सकंल्पना पर एक पुर्नदृष्टि / डॉ. मोहम्मद कामरान खान
- ‘मोहनदास’ भारतीय भ्रष्ट व्यवस्था की अंतहीन कहानी / डॉ. जितेंद्र यादव
स्मरण
प्रो. चौथीराम यादव : उनसे मिलना! / वेदप्रकाश भारती
- औपनिवेशिक उत्तरी भारत (1900-1947 ई.) में आयुर्वेद एवं महिलाएं / डॉ. पूजा
- सुनो भाई साधो : हरिशंकर परसाई की प्रासंगिकता के संदर्भ में / अजय कुमार साव
- शमशेर बहादुर सिंह और नई कविता / डॉ. कमलेश कुमारी एवं योगेश कुमार
- गुरु महिमा, प्रेम और वैराग्य की गायिका : सहजोबाई / आरती तिवारी
कहानी : नाथी का बाड़ा / नीलू शेखावत
- अफलातून की डायरी(4) / डॉ. विष्णु कुमार शर्मा
- इराक के पेन का बाप (अतीत-बोध) / डॉ. हेमंत कुमार
- ‘चरथ भिक्खवे चरथ’–(‘सफ़र एक डोंगी में डगमग’ के सन्दर्भ में) / डॉ. कीर्ति माहेश्वरी
हिन्दी सिनेमा में मनोविकृति सिज़ोफ्रेनिया के चित्रण का विश्लेषण / डॉ. प्रियंका अंजन राव
- कथेतर हिन्दी गद्य और 'तद्भव' का
संस्मरण साहित्य / जूही त्रिपाठी
- सूचना युग में सूचना की प्रामाणिकता : चुनौतियाँ और समाधान / डॉ. पवन अग्रवाल
- भारत में जाति समस्या और राजेन्द्र यादव की संपादकीय / विनोद कुमार
- आधुनिक टेक्नोलॉजी और किसान : संभावनाएं और चुनौतियाँ (छत्तीसगढ़ राज्य के विशेष संदर्भ में) / फलेन्द्र कुमार एवं प्रो. एल. एस. गजपाल
- भारत और मारीशस की लोक भाषायी संस्कृति ( गिरमिटिया मजदूरों के विशेष संदर्भ में ) / डॉ. शिवशंकर सिंह
- आदि-हिंदू आंदोलन और जाटव : पहचान के हित संघर्ष / रणजीत कुमार
- भारत में मैला प्रथा एवं सामाजिक न्याय : एक विधिक विश्लेषण / सुवेक सिंह चौहान एवं डॉ. अनीस अहमद
हूल-जोहार
- आदिवासी जीवन संघर्ष और ‘छप्पन छुरी बहत्तर पेंच’ / श्यौराज सिंह 'बेचैन'
- बाज़ारवाद और आदिवासी कविता / मनीषा कुमारी एवं वीरेंद्र सिंह
समानांतर दुनिया
- आधुनिक भारत में स्त्री शिक्षा : एक दृष्टि / शशिकला यादव एवं डॉ. हलधर यादव
विरासत
- जम्बूकुमार चरित्र का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण / निखिल जैन और डॉ. विनोद कुमार
- मेवाड़ चित्रकला शैली में मादड़ी उप-चित्रकला शैली का योगदान / डॉ. हेमेन्द्रसिंह सारंगदेवोत
लोक का आलोक
- भोजपुरी लोकगीतों में पर्यावरणीय चेतना / प्रियंका राय
- मध्यकालीन मुस्लिम कवियों के काव्य में फाग परंपरा / अनुज कुमार शर्मा
- संस्कृति की रोशनी में अहीरवाल क्षेत्र के लोकगीत/ सुनीता कुमारी एवं प्रो. गीता कपिल
- लोकगीतों में नारी का चित्रण ब्रज के विशेष सन्दर्भ में / आशा शर्मा एवं डॉ. रंजन सिंह
- कहानी का नाट्यरूपान्तरण : रचना प्रक्रिया के विविध आयाम / डॉ. राखी क्लेमन्ट
- मनीषा कुलश्रेष्ठ का कथा साहित्य और जीवन परिवेश / डॉ. हुसैनी बोहरा
- कथा आलोचना की सामाजिकता और यथार्थ का बदलता स्वरूप / साल्वी यादव
- अरुण
कमल की कविता 'धार'
: एक अध्ययन / डॉ. दीपक कुमार गोंड
- ‘आत्मजयी’ में मृत्यु का मनोवैज्ञानिक अध्ययन / पीयूष कुमार एवं बृज किशोर
- प्रमोद कुमार तिवारी के साहित्य में लोकतत्व और मिट्टी की खुशबू / डॉ. रेखा शेखावत
- समकालीन हिंदी ग़ज़ल और स्वातंत्र्योत्तर भारतीय समाज की चुनौतियाँ / महावीर सिंह एवं डॉ. कविता मीणा
- इक्कीसवीं सदी की हिंदी ग़ज़ल में समकालीन मनोवैज्ञानिकता का चित्रण / विनीत कुमार यादव
- पंत एवं महादेवी वर्मा के काव्य में ध्वनि विचलन का तुलनात्मक अध्ययन / डॉ. कोकिल
- समकालीन हिन्दी कविता में मानव मूल्य / विश्वजीत सिंह
- समकालीन हिंदी ग़ज़लों में राष्ट्रीय चेतना का नवीन स्वरूप / दिव्या शुक्ला
- कास्ट ऑन कैम्पस : उच्च शिक्षा में हाशिएकरण के किस्से / करन
- सूचना प्रौद्योगिकी और भूमंडलीय ग्रामीण समाज : नब्बे के बाद हिंदी उपन्यास / शशांक कुमार
- राष्ट्रीय आंदोलन : राष्ट्रवाद और अम्बेडकर / वैभव गिरि
रंगायन
- पहाड़ी शैली के रामायण-चित्र : एक पुनरावलोकन / प्रो. सरोज रानी
- दिल्ली की ‘जंक आर्ट’ परियोजनाएं : एक अध्ययन / सौरभ सिंह
- भारतीय आत्मकथात्मक चित्रकला मजबूत करतीं महिला चित्रकार / आशीता गुप्ता एवं डॉ. सुरेश चन्द्र जाँगिड़
- आधुनिक कला परिदृश्य में रविन्द्रनाथ टैगोर के चित्रसृजन पर एक दृष्टि / कमल कुमार मीना
भारतेन्दु मण्डल के नाटककार राधाकृष्णदास और उनके सामाजिक नाटक / अमित कुमार
अध्यापकी का अनुभव
- घनचक्कर से परीक्षा पर चर्चा / डॉ. मोहम्मद हुसैन डायर
समीक्षा की जाजम
- हीरे की कनी सी नायिकाएँ जो आज़ादी के मानी जानती थीं : हीरामंडी / डॉ. विमलेश शर्मा
- खोजी मन की उपज है 'साँप' / डॉ. राजकुमारी
बतकही
चीकू के बीज
जो ससमर्पण रचेगा वही बचेगा (राकेश कुमार सिंह से मनीता यादव की बातचीत)
- मेरी यादों का शहर : चित्तौड़गढ़ / ‘धाकड़’ हरीश
- मेरे हिस्से का आकाश : रेखा कुंवर
गुलमोहर के फूल
- सावित्री(छद्म नाम), दीपक कुमार और टीना सेन
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('अपनी माटी' के 52वें नंबर की सभी पीडीएफ यहां उपलब्ध हैं)
*सभी कानूनी विवादों के लिये क्षेत्राधिकार चित्तौड़गढ़, राजस्थान होगा। प्रकाशित सभी सामग्री के विषय में किसी भी कार्यवाही हेतु संचालक/संचालकों का सीधा उत्तरदायित्त्व नही है अपितु लेखक उत्तरदायी है। आलेख की विषयवस्तु से संचालक की सहमति/सम्मति अनिवार्य नहीं है। यदि कोई भी असंवैधानिक सामग्री प्रकाशित हो जाती है तो वह तुंरत प्रभाव से हटा दी जाएगी। पाठक कोई भी आपत्तिजनक सामग्री पाते हैं तो तत्काल सूचित करिएगा।
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डॉ. राजेश चौधरी, अशोक जमनानी, प्रो. गजेन्द्र पाठक, प्रो. पयोद जोशी, प्रो. तनुजा सिंह, प्रो. नीलम राठी, प्रो. मनीष रंजन, डॉ. गजेन्द्र मीणा, डॉ. राजकुमार व्यास, डॉ. विंध्याचल यादव, डॉ. मोहम्मद फ़िरोज़ अहमद, डॉ. मुकेश कुमार मिरोठा, डॉ. दीनानाथ मौर्य, डॉ. जितेंद्र थदानी
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डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. प्रवीण कुमार जोशी, डॉ. विष्णु कुमार शर्मा, डॉ. मैना शर्मा, डॉ. गोपाल गुर्जर, डॉ. प्रशान्त कुमार, डॉ. कविता सिंह, अभिनव सरोवा, डॉ. मोहम्मद हुसैन डायर,
डॉ. संदीप कुमार मेघवाल, डॉ. बृजेश यादव, डॉ. हेमेन्द्र सिंह सारंग देवोत, डॉ. संतोष विश्नोई, डॉ. हेमंत कुमार, डॉ. भावना
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डिजायन एवं डिजिटल मार्केटिंग
चंद्रशेखर चंगेरिया (कुमावत), चेतन प्रकाशन चित्तौड़गढ़
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सम्पादकीय / पंजीकृत कार्यालय : कंचन-मोहन हाऊस,1, उदय विहार, महेशपुरम रोड़, चित्तौड़गढ़-312001,राजस्थान
वाट्स एप : 9460711896 (माणिक) 9001092806 (जितेन्द्र यादव)
अनुक्रमणिका
(निम्न रचनाएं अनंतिम रूप से स्वीकृत हैं जो 31 अक्टूबर 2024 को प्रकाशित होंगी)
निम्न आलेख 53वें अंक, जुलाई-सितम्बर 2024 में प्रकाशित करना तय हुआ है
- झारखण्ड राज्य आन्दोलन : आदिवासियों का राजनीतिक संघर्ष / डॉ. सियाराम मीणा
- भारतीय समाज और हाशिए के सवाल / चन्दन कुमार
- ‘आईनासाज़’ उपन्यास में प्रवाहित मध्यकालीन और आधुनिक परिवेश में स्त्री / काजल
- उच्च शिक्षा में डिजिटल-लर्निंग के प्रति समझ व जागरूकता / मीनू नवारिया एवं डॉ. लोकनाथ
- कवयित्री ताज : प्रेम के औदात्य का श्याम रंग / डॉ. प्रोमिला
- दरिन्दे समय के विरुद्ध अनिल की कविताएं / हिमाँशु विश्वकर्मा
- डिजिटल समय में महत्वपूर्ण है मीडिया शिक्षा की भूमिका (प्रो. संजय द्विवेदी से प्रो. नीलम राठी की बातचीत)